भारत पर अरबों और तुर्की का आक्रमण

भारत पर शताब्दियों से विदेशियों के आक्रमण होते रहे है जैसे शक, यवन, कुषाण, हूण आदि का आक्रमण हुआ था किंतु भारतीय संस्कृति ने इन्हें आत्मसात कर लिया। उन्होंने भारतीय धर्म तथा सामाजिक आचार विचारों को ग्रहण किया और अपनी विशिष्टता खो बैठे।
अरब/तुर्की आक्रमणकारी
1. मोहम्मद बिन कासिम
2. महमूद गजनवी
3. मोहम्मद गौरी

1. मोहम्मद बिन कासिम

मोहम्मद बिन कासिम भारत पर आक्रमण करने वाला प्रथम अरबी था ( भारत में प्रथम मुस्लिम था )। इसने भारत पर 712 ई. में आक्रमण किया था। इसका आक्रमण का उद्देश्य धन लूटना, मुस्लिम धर्म का प्रचार तथा साम्राज्य की स्थापना करना था
 
भारत के तक्षशिला प्रान्त के शासक “दाहिर” के विरुद्ध मोहम्मद बिन कासिम का पहला आक्रमण था, जो 712 ई. में हुआ था और इस युद्ध को “रावर का युद्ध” के नाम से जाना जाता है
 

2. महमूद गजनवी

महमूद गजनवी प्रथम तुर्की था जिसने भारत पर आक्रमण किया। महमूद गजनवी संस्कृत के श्लोक का जानकार था। इसने भारत पर कुल 17 बार आक्रमण किया ,  पहला आक्रमण 1000 ईस्वी में शाही वंश के शासक “जयपाल” के विरुद्ध किया
 
इसका 16 वां आक्रमण 1025 ईस्वी सोमनाथ मंदिर (गुजरात) में किया, यहाँ से गजनवी को लगभग 20 लाख दीनार धन की प्राप्ति हुई। गजनवी का अंतिम आक्रमण 1026 ईस्वी में राजस्थान के “खोखर जाति” के विरुद्ध था 
 
महमूद गजनवी भारत का पहला शासक था जिसने सुल्तान की उपाधि धारण की
 
महमूद गजनवी के साथ आने वाले प्रमुख साहित्यकार 
 
1. अल्बरुनी – इनकी रचना “तहकीक-ऐ-हिन्द”, “तारीखे-ऐ-हिन्द” तथा किताबुल-ऐ-हिन्द”
2. फिरदौसी – “शाहनामा”
3. उतवी – “किताबुल- ऐ- यामिनी”
 

भारत पर अरबों और तुर्की का आक्रमण 

 
 

3. मोहम्मद गौरी

भारत पर आक्रमण करने वाला दूसरा तुर्की था जिसने 12 वीं शताब्दी में आक्रमण किया। इसका आक्रमण का उद्देश्य धन लूटना, मुस्लिम धर्म का प्रचार तथा साम्राज्य की स्थापना करना था। इसने अपने शासन काल में लक्ष्मी माता चित्र अंकित युक्त सिक्के जारी किये थे
 
गौरी का प्रथम आक्रमण 1175 ईस्वी में मुल्तान के जाटों के विरुद्ध था। इसका दूसरा आक्रमण 1178 ईस्वी में सोलंकी वंश के शासक “मूलराज II / भीमदेव II” के विरुद्ध था
 
मूलराज II भारत के एकमात्र ऐसे शासक थे जो सर्वप्रथम गौरी को पराजित किये थे
 
1191 में तराइन का प्रथम युद्ध मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ और इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की जीत हुई 
 
1192 में तराइन का द्वितीय युद्ध मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच हुआ और इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की हार हुई। इसी युद्ध से भारत में मुस्लिम शक्ति की स्थापना होती है
 
1194 में चन्दावर का युद्ध मोहम्मद गौरी और राजा जयचंद के विरुद्ध हुआ, इस युद्ध में गौरी की विजय हुई
मोहम्मद गौरी ने भारत में अप्रत्यक्ष रूप से शासन किया, गौरी के द्वारा चार गुलाम नियुक्त किया गया था 
 
1. कुतुबुद्दीन ऐबक – दिल्ली
2. बख्तियार खिलजी – बंगाल 
3. याल्दौस – गजनी
4. कुवाया – सिंध (कुसी)
 

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