संसद में विधायन प्रक्रिया
यह सदन की कार्यवाही का पहला घंटा होता है, इसमें सदस्यों के द्वारा मंत्रियों अथवा निजी सदस्यों ( गैर सरकारी ) से प्रश्न पूछे जाते है, ये प्रश्न निम्न प्रकार के हो सकते है :
यह सदन की कार्यवाही का पहला घंटा होता है, इसमें सदस्यों के द्वारा मंत्रियों अथवा निजी सदस्यों ( गैर सरकारी ) से प्रश्न पूछे जाते है, ये प्रश्न निम्न प्रकार के हो सकते है :
अनुच्छेद 79 से 123 संघ की विधायिका – विधायन – विधि संसदीय अवधारणायें सत्रावसान सदन का सत्र जब राष्ट्रपति के द्वारा समाप्त घोषित किया जाता है तब वह सत्रावसान कहलाता है, इसके बाद संसद कि बैठक दुबारा तभी हो सकती है जब राष्ट्रपति द्वारा दुबारा सत्र का आह्वान किया जावे । स्थगन यह कार्यवाही सदन … Read more
अनुच्छेद 53 – कार्यपालिका की समस्त शक्ति राष्ट्रपति में निहित होगी जिसका प्रयोग वह स्वयं करेगा । अनुच्छेद 74 – राष्ट्रपति की सलाह व सहायता के लिए एक मंत्री परिषद होगी जिसका प्रमुख प्रधानमंत्री होगा । अनुच्छेद 75 – प्रधानमंत्री की नियुक्ति , मंत्री परिषद की नियुक्ति, मंत्री परिषद का आकार 15% , दलबदल के आधार पर अयोग्य … Read more
महान्यायवादी सभी न्यायालय सर्वोच्च विधिक अधिकारी होता है एवं प्रथम सुनवाई का अधिकार रखता है, इसकी नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा कि जाती है । यह भारत सर्कार का कानूनी सलाहकार होता है ।
शक्तियां कार्यपालिकायी शक्तियां विधायी शक्तियां न्यायिक शक्तियां क्षमादान की शक्तियां वित्तीय शक्तियां सैन्य शक्तियां आपातकालीन शक्तियां कुटनीतिक शक्तियां स्वविवेक कार्यपालिकायी शक्तियां – अनुच्छेद 78 राष्ट्रपति संसद का अभिन्न अंग है, तथा राष्ट्र के सभी उच्च पदों की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है । प्रधानमंत्री, मंत्री परिषद, केन्द्रशाषित प्रदेशों का प्रशासन, अनुसूचित क्षेत्रों का प्रशासन । अनुच्छेद 78 : … Read more
कार्यपालिका सरकार का कार्यकारी अंग है, जो राज्य के शासन का अधिकार रखती है । कार्यपालिका ही विभिन्न नीतियों का निर्धारण तथा उसका क्रियान्वन करती है। कार्यपालिका – Executive हमारे संविधान का के भाग -5 में है। कार्यपालिका में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री परिषद् महान्यायवादी शामिल है। संविधान के भाग 5 में अनुच्छेद 52 से अनुच्छेद 151 … Read more