छत्तीसगढ़ में उद्योग की शुरुआत एवं वर्गीकरण

छत्तीसगढ़ में उद्योग की शुरुआत एवं वर्गीकरण
छत्तीसगढ़ में उद्योग की शुरुआत एवं वर्गीकरण   – इसके पहले भाग में हमने छत्तीसगढ़ की साक्षरता , नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्याँ, अनुसूचित जाति एवं जनजाति जनसंख्याँ, एवं अन्य धर्म सम्बन्धी जनसंख्याँ के विषय में पढ़ा । आज हम छत्तीसगढ़ के उद्योग (Industries) एवं उसका वर्गीकरण (Classification) के विषय में पढेंगे ।

छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है, प्रदेश में खनिज, उर्जा, जल, व मानवीय संसाधन पर्याप्त होने के बावजूद राज्य घट्न होने तक क्षमता अनुसार राज्य का औद्योगिकीकरण नहीं हुआ ।
स्वतंत्रता के पहले छत्तीसगढ़ राज्य में सिमित उद्योग ही स्थापित थे, किन्तु स्वतंत्रता के पश्चात् द्वितीय पंचवर्षीय योजनाकाल से इस क्षेत्र में उद्योगी का नियोजित विकास हुआ ।

स्वतंत्रता के पहले – Before Independence

  1. बंगाल नागपुर कॉटन मील ( BNC Mill) – 1892, राजनंदगांव Raajnandgaon
  2. बिलासपुर रेलमंडल ( Bilaspur Railway Division ) – 1900, बिलासपुर
  3. मोहन जुट मील ( Mohan Jute Mill ) – 1935, रायगढ़

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छत्तीसगढ़ साक्षरता और धार्मिक जनसंख्या

छत्तीसगढ़ साक्षरता और धार्मिक जनसंख्या

छत्तीसगढ़ साक्षरता और धार्मिक जनसंख्या : इसके पहले भाग में हमने छत्तीसगढ़ जनसंख्याँ वृद्धि दर एवं लिंगानुपात के विषय में पढ़ा । आज हम छत्तीसगढ़ की साक्षरता , नगरीय एवं ग्रामीण जनसंख्याँ, अनुसूचित जाति एवं जनजाति जनसंख्याँ, एवं अन्य धर्म सम्बन्धी जनसंख्याँ  के विषय में पढेंगे ।

छत्तीसगढ़ – साक्षरता

  • 7  वर्ष या उससे अधिक आयु के किसी भी भाषा में पढने एवं लिखने में समर्थ व्यक्ति को साक्षर माना जाता है ।
  • 2011 जनगणना के अनुसार देश की साक्षरता दर 72.99 % है ।
  • 2011 जनगणना के अनुसार छत्तीसगढ़  की साक्षरता दर 70.28 % है एवं 2001 के अनुसार 64.66% थी ।
  • 2011 जनगणना के अनुसार छत्तीसगढ़ में कुल साक्षर व्यक्तियों की संख्या 1.53 करोड़ है ।
  • पुरुष साक्षरता दर 2011 में 80.27% एवं महिला साक्षरता दर 2011 में 60.24% है ।
  • छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक साक्षर वाला जिला “दुर्ग” है – 79.69%।
  • छत्तीसगढ़ में सबसे कम साक्षर वाला जिला “बीजापुर” 40.86 % है ।
  1. कुल साक्षर व्यक्ति 1.53 करोड़ – पुरुष 88 लाख एवं महिला 65 लाख
  2. साक्षरता दर 70.28% – पुरुष 80.27% एवं महिला 60.24%

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छत्तीसगढ़ जनसंख्याँ वृद्धि एवं लिंगानुपात

छत्तीसगढ़ जनगणना एवं जनसंख्याँ

छत्तीसगढ़ जनसंख्याँ वृद्धि एवं लिंगानुपात  : हमने भाग-1  में पढ़ा की छत्तीसगढ़ एवं भारत की जनगणना का विवरण एवं तुलनात्मक अध्ययन । इस भाग में हम छत्तीसगढ़ की जनसंख्याँ , जनसंख्याँ वृद्धि दर एवं लिंगानुपात आदि के बारें में पढेंगे ।

छत्तीसगढ़ की जनसंख्याँ 

  • 2011 की जनगणना के अनुसार छत्तीसगढ़ की कुल जनसंख्याँ 25545198 है जिसमें से पुरुषों की जनसंख्याँ 12832895 तथा महिलाओं की जनसंख्याँ 12712303 है ।
  • छत्तीसगढ़ की जनसंख्याँ देश की कुल जनसंख्याँ का 2.11% है ।
  • जनसंख्याँ की दृष्टि से छत्तीसगढ़ राज्य का स्थान राज्य व संघ शासित प्रदेशों में 16वाँ है । 2001 में यह स्थान 17वाँ था ।
जिलों के आधार पर जनसंख्याँ 
 
18 जिलों के आधार पर सर्वाधिक जनसंख्याँ         18 जिलों के आधार पर सबसे कम  जनसंख्याँ 
 
रायपुर – 40.63 लाख                                                नारायणपुर – 1.39 लाख 
दुर्ग                                                                          बीजापुर 
बिलासपुर                                                                दंतेवाडा 
सरगुजा                                                                   कोरिया
जांजगीर चाम्पा                                                        कांकेर 
27 जिलों के आधार पर सर्वाधिक जनसंख्याँ         27 जिलों के आधार पर सबसे कम  जनसंख्याँ 
 
रायपुर – 21.60 लाख                                                नारायणपुर – 1.39 लाख 
बिलासपुर                                                                सुकमा 
दुर्ग                                                                         बीजापुर  
 

छत्तीसगढ़ जनगणना एवं जनसंख्याँ

छत्तीसगढ़ जनगणना एवं जनसंख्याँ
छत्तीसगढ़ जनगणना एवं जनसंख्याँ  छत्तीसगढ़ से सम्बन्धित किसी भी परीक्षा में चाहे वह CGPSC, VYAPAM, CMO, पटवारी की परीक्षा हो सभी में छत्तीसगढ़ अर्थशास्त्र से प्रश्न पूछे जाते है । अतः आज हम CG Eco क्लास का Part 1 पढेंगे ।

छत्तीसगढ़ की जनगणना 

  • जनगणना केन्द्र सूचि का विषय है , जो प्रति 10 वर्षों में एक बार केन्द्र सरकार द्वारा किया जाता है ।
  • भारत में जनगणना की शुरुआत सन 1872 में लार्ड मेयो के कार्यकाल में हुआ था ।
  • भारत में नियमित जनगणना की शुरुआत 1881 में लार्ड रिपन के कार्यकाल में हुआ ।
  • भारत में अब तक कुल 15 जनगणनाएं हो चुकी है और स्वतंत्रता के बाद अब तक 7 जनगणनाएं हो चुकी है ।
  • भारत में जनगणना का कार्य गृह मंत्रालय के अधीन जनगणना रजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त के निर्देशन में सम्पन्न होता है ।
  • छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के पश्चात् राज्य में 2 बार जनगणनाएं हो चुकी है ।
जनगणना के अंतर्गत निम्न तत्वों का अध्ययन किया जाता है : –
  • जनसंख्याँ
  • जनसंख्याँ  वृद्धि दर
  • जनसंख्याँ  घनत्व
  • लिंगानुपात
  • साक्षरता दर
  • नगरीय जनसंख्याँ
  • ग्रामीण जनसंख्याँ
  • अनुसूचित जाति जनसंख्याँ
  • अनुसूचित जनजाति जनसंख्याँ
  • कार्यशील जनसंख्याँ
  • शून्य से 6 वर्ष आयु की जनसंख्याँ

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