छत्तीसगढ़ में प्रथम

छत्तीसगढ़ में प्रथम
ईमारत व संचार
  • छत्तीसगढ़ का प्रथम किसान शौपिंग मॉल – राजनांदगांव
  • छत्तीसगढ़ का दूसरा (प्रस्तावित )  – महासमुंद
  • आकाशवाणी केंद्र  – रायपुर ( 1963 )
  • दूरदर्शन केंद्र  – रायपुर (1978 )
क्यों सिरपुर को बनाई अपनी राजधानी –  पांडू बंश – छत्तीसगढ़ 

छत्तीसगढ़ के प्रथम उद्यान

  • प्रथम राष्ट्रीय उद्यान   – इन्द्रावती (1978 )
  • प्रथम वन्यजीव अभ्यारण्य  – सीतानदी  (1974 )

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छत्तीसगढ़ को स्पर्श करने वाले सीमावर्ती राज्य

छत्तीसगढ़ को स्पर्श करने वाले सीमावर्ती राज्य

छत्तीसगढ़  के प्रमुख जिलों  को स्पर्श करने वाले  सीमावर्ती राज्य 

 
उत्तरप्रदेश      – बलरामपुर 
झारखंड         – बलरामपुर, जशपुर । ( झारखंड राज्य  छ.ग. से लगा सबसे छोटा राज्य – दिशा – उत्तर पूर्व )
ओडिशा         – जशपुर, रायगढ़, महासमुंद, गरियाबंद, धमतरी, कोंडागांव, बस्तर तथा सुकमा । ( ओडिशा राज्य छ. ग. के  08  सर्वाधिक जिलों को स्पर्श करती है । दिशा – पूर्व )
आँध्रप्रदेश      – सुकमा ( छत्तीसगढ़ की सबसे कम सीमा बनती है । दिशा- दक्षिण )
तेलंगाना         – सुकमा तथा बीजापुर । ( दिशा- दक्षिण पश्चिम )
महाराष्ट्र         – बीजापुर, नारायणपुर, कांकेर तथा राजनांदगांव ( दिशा – पश्चिम )
मध्य प्रदेश     – राजनांदगांव, कवर्धा, मुंगेली, बिलासपुर, कोरिया, सूरजपुर तथा बलरामपुर ( छत्तीसगढ़ से लगा सबसे बड़ा राज्य – दिशा – उत्तर पश्चिम )
 
युगल जोड़े की पसंदीदा जगह – मनगट्टा वन्य जिव पार्क – राजनांदगांव
 
 

छत्तीसगढ़  के प्रमुख जिले तथा सीमावर्ती राज्य को स्पर्श करते है 

3 राज्यों को स्पर्श करने वाले जिलें
  • बलरामपुर – मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश तथा झारखंड
  • सुकमा – आँध्रप्रदेश, तेलंगाना तथा ओडिशा
2 राज्यों को स्पर्श करने वाले जिलें
  • जशपुर – झारखंड तथा ओडिशा
  • बीजापुर – महाराष्ट्र तथा तेलंगाना
  • राजनांदगांव – महाराष्ट्र तथा मध्यप्रदेश
छ.ग. की कायापलट करने वाले – छिन्द्क नागवंशी 

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छत्तीसगढ़ का विस्तार – कर्क रेखा व मानक समय रेखा

छत्तीसगढ़ का विस्तार - कर्क रेखा व मानक समय रेखा

छत्तीसगढ़ का विस्तार

अक्षांशिय विस्तार

भारत तथा छत्तीसगढ़ पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में स्थित होने के कारण छत्तीसगढ़ का अक्षांशिय विस्तार 17°46′ उत्तरी अक्षांश से 24°5′ उत्तरी अक्षांस पर स्थित है 
 
जिसमें 17°46′ उत्तरी अक्षांश पर छत्तीसगढ़ का सबसे दक्षिणतम जिला “सुकमा” (कोंटा) तथा 24°5′ उत्तरी अक्षांस पर सबसे उत्तरी जिला “बलरामपुर (रामानुजगंज)” स्थित है । छत्तीसगढ़ के दोनों अक्षांशो की दुरी 700 की.मी. है 
 
युगल जोड़े की पसंदीदा जगह – मनगट्टा वन्य जिव पार्क – राजनांदगांव
 

छत्तीसगढ़ का देशांतरिय विस्तार

भारत सहित छत्तीसगढ़ पृथ्वी के पूर्वी गोलार्ध में स्थित है, अतः छत्तीसगढ़ का देशांतरिय विस्तार 80°15′ पूर्वी देशांतर से 84°25′ पूर्वी देशांतर तक है । इसमें 80°15′ पूर्वी देशांतर पर छत्तीसगढ़ का सबसे पश्चिमी जिला बीजापुर तथा 84°25′ पूर्वी देशांतर पर सबसे पूर्वी जिला जशपुर को स्पर्श करती है 
 
छत्तीसगढ़ के दोनों देशान्तरो 80°15′ से 84°25′ के मध्य की दुरी 435 किलोमीटर है 
क्यों कहलाता है मिनी गोवा   – गंगरेल डैम – मिनी गोवा
 

भारत का विस्तार – कर्क एवं मानक समय रेखाएं

भारत का विस्तार - कर्क एवं मानक समय रेखाएं
भारत एशिया महाद्वीप के दक्षिण भाग तथा उत्तरी गोलार्ध में स्थित है । भारत का आकार चतुष्कोणीय है । भारत का नामकरण अलग अलग लोगो ने अलग अलग दिया है –
भारत वर्ष – आर्यों द्वारा 
इण्डिया – यूनानियों द्वारा 
हिंदुस्तान – फ़्रांसिसी एवं इरानी 
आर्यावत – प्राचीनकाल और ऋग्वेद में उल्लेख मिलता है ।
 
क्यों कहलाता है मिनी गोवा   – गंगरेल डैम – मिनी गोवा
 

भारत का विस्तार – कर्क एवं  मानक समय रेखाएं 

भारत का क्षेत्रफल 3287263 वर्ग किलोमीटर है और क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का  विश्व में 7 वाँ स्थान है । विश्व के देशो का क्षेत्रफल की दृष्टि से स्थान —
1. रूस
2. कनाडा
3. चीन
4. अमेरिका
5. ब्राजील
6. आस्ट्रेलिया
7. भारत
8. अर्जेंटीना
इसे हम इस तरह याद रख सकते है – RKC A  BABA  (CGPSC की तैयारी हेतु )
  • भारत का क्षेत्रफल विश्व के क्षेत्रफल का 2.43% है ।
  • एशिया भारत दूसरा बड़ा राष्ट्र है ।
  • जनगणना 2011 के अनुसार भारत की जनसंख्याँ 1.21 करोड़ थी ।
  • भारत जनसंख्याँ की दृष्टि से विश्व का दूसरा सबसे बड़ा राष्ट्र है । चीन प्रथम है ।
  • जनसंख्याँ की दृष्टि से 5 बड़े राष्ट्रों का क्रम – चीन, भारत, अमेरिका, इंडोनेशिया तथा ब्राजील ।
  • भारत की जनसंख्याँ विश्व की जनसंख्याँ का कुल 17.5 % है ।
छ.ग. की कायापलट करने वाले – छिन्द्क नागवंशी 

Himalayas Ranges अनुदैर्ध्य हिमालय पर्वतमाला

अनुदैर्ध्य हिमालय पर्वतमाला- Longitudinal Himalayas Ranges
Longitudinal Himalayas Ranges. – अनुदैर्ध्य हिमालय पर्वतमाला के बारे में रोचक तथ्य जो आपको हैरान कर देंगे। हिमालय पर्वतों का राजा की विशेष जानकारी ।

Longitudinal Himalayas Ranges

क्या आप हिमालय के तथ्यों, हिमालय पर्वतमाला के रूप, हिमालय की पृष्ठभूमि, नदियों और चोटियों की उत्पत्ति के बारे में जानते हैं, जो दुनिया में सबसे अलग और सबसे अच्छी है।
हम सभी जानते हैं कि हिमालय दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत है और यहाँ की चोटी सबसे ऊँची है, जिसे माउंट एवरेस्ट का नाम दिया गया है, लेकिन इसके बारे में जानने के लिए और भी बहुत कुछ है, जिसके बारे में कुछ लोग जानते होंगे।
फिर भी, मैं आपको बताना चाहूंगा कि यह अपने आप में विशेष क्यों है और इसकी खासियत या रोचक तथ्य क्या है। हिमालय की गोद में कई राज छिपे हैं, जिन्हें जानना बेहद जरूरी है। यह जानकारी सामान्य ज्ञान से भी संबंधित है और शैक्षणिक दृष्टिकोण से यह बहुत महत्वपूर्ण है।
हिमालय भारत की उत्तरी-पूर्वी सीमाओं पर फैला हुआ है, जो तिब्बत, नेपाल और चीन से सटा हुआ है। इसकी सीमा पश्चिम से पूर्व की ओर फैली है, या हम कह सकते हैं कि यह सिंधु से ब्रह्मपुत्र नदी तक फैल हुई  है।
हिमालय लगभग 2400 किमी में फैला हुआ है, इसकी चौड़ाई कश्मीर क्षेत्र में 400 किमी और अरुणाचल प्रदेश में 150 किमी है। हिमालय की विशेषता में, हम यह भी कह सकते हैं कि यह पश्चिमी भाग की तुलना में पूर्वी भाग में अधिक ऊँचाई है।

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हिमालयी नदियाँ और ऊंचाई वाले हिमालय के नाम

हिमालयी नदियाँ और ऊंचाई वाले हिमालय के नाम
Himalayan Rivers and Altitudinal Himalayas Spread in River Valleys हिमालय की नदियाँ एवं नदी घाटियों (Altitudinal) में फैला हिमालय के नाम – अनुदैर्ध्य श्रेणी में हिमालय के अलावा नदी घाटियों (Altitudinal) के फैलाव के कारण हिमालय को अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है।
अनुदैर्ध्य श्रेणी में बसे हिमालय के आलावा हिमालय को उसे नदी घाटियों के फैलाव की वजह से भी अलग अलग नामों से जानते है।

हिमालय की नदियाँ एवं नदी घाटियों (Altitudinal) में फैला हिमालय के नाम
Himalayan Rivers and Altitudinal Himalayas Spread in River Valleys

हिमालय को longitudinal Range के अलावा नदियों द्वारा बनाये गए घाटियों के आधार पर भी विभाजित किया गया है।  भारत में यह अलग अलग है, जो पश्चिम से पूर्व की ओर की नदियों के आधार पर है जिनकी उत्पत्ति हिमालय की गोद से होती है और भारत में इसका बहाव है।
कुछ नदियाँ पुर्णतः भारत में बहती है तो कुछ नदियों का कुछ ही हिस्सा भारत में है। आइये जानते है की कौन सी नदी का हमारे भारत में सम्पूर्ण रूप से फैलाव या नदी क्षेत्र है और किनका नहीं।
यह जानने के पहले हमें उन नदियों के बारे में जानना जरुरी है की वो कौन सी नदियाँ है जिनके बनाये गए घाटी के आधार पर हिमालय का अलग अलग नाम रखा गया है और इनकी उत्पत्ति हिमालय के कौन से भाग से हुई है और ये महासागर से पहले किस पर जाकर मिलती है।