मौलिक अधिकार के बाहर के अधिकार
- अनुच्छेद 265 – कर ( विधि द्वारा स्थापित कर ही मान्य है)
- अनुच्छेद 300 (क) – संपत्ति ( विधिक अधिकार )
- अनुच्छेद 301 – व्यापार, वाणिज्य तथा समागम
- अनुच्छेद 326 – व्यस्क मताधिकार
मौलिक अधिकार का महत्व
- लोकतंत्र का शशक्तिकरण
- राज्य कि स्वेच्छाचारिता पर अंकुश
- नागरिकों कि रक्षा – शोषण तथा अन्याय
- अल्पसंख्यकों को भी अधिकार
- सामाजिक व राजनितिक अधिकार
- सामाजिक समानता
मौलिक अधिकार-महत्व, विशेषताएं एवं आलोचना
मौलिक अधिकार की विशेषताएं
- कुछ अधिकार केवल नागरिकों को – अनुच्छेद 15,16,19,29 तथा अनुच्छेद 30
- न्याययोग्य
- सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा रक्षा
- स्थायी नहीं तथा सीमित
- राज्य के विरुद्ध नकारात्मक
- निलंबन योग्य
मौलिक अधिकार की आलोचनाएँ
- प्रतिबन्ध
- भाषा
- खर्चीला उपचार
- स्पष्ट दर्शन
- निलंबित
- निवारक निरोध