August 2021

छत्तीसगढ़ सतनामी आश्रम एवं अछुतोंद्वार कार्यक्रम

छत्तीसगढ़ सतनामी आश्रम एवं अछुतोंद्वार कार्यक्रम

सतनामी आश्रम की स्थापना 1924 छत्तीसगढ़ में पं. सुन्दरलाल शर्मा द्वारा समाज में सतनाम पंथियों को उच्च दर्जा दिलाने के उद्देश्य से रायपुर में सतनाम समाज आश्रम

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काकीनाड़ा अधिवेशन एवं झंडा सत्याग्रह छत्तीसगढ़

काकीनाड़ा अधिवेशन एवं झंडा सत्याग्रह छत्तीसगढ़

दिसम्बर 1923 में काकीनाड़ा अधिवेशन बंगाल प्रान्त ( वर्तमान में आन्ध्र प्रदेश ) में हुआ था ।  इस अधिवेशन में राष्ट्रीय स्तर के नेता मोहम्मद अली तथा मौलाना शौकत अली ने शामिल होने के लिए पैदल रैली निकाली । 

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कार्यपालिका भाग 5 - राष्ट्रपति - अनुच्छेद 52- 62

कार्यपालिका भाग 5 – राष्ट्रपति – अनुच्छेद 52- 62

कार्यपालिका सरकार का कार्यकारी अंग है, जो राज्य के शासन का अधिकार रखती है । कार्यपालिका ही विभिन्न नीतियों का निर्धारण तथा उसका क्रियान्वन करती है। कार्यपालिका – Executive हमारे संविधान का के भाग -5 में है। कार्यपालिका में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री परिषद् महान्यायवादी शामिल है। संविधान के भाग 5 में अनुच्छेद 52 से अनुच्छेद 151

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मौलिक कर्तव्य - Fundamental Duty

मौलिक कर्तव्य – Fundamental Duty

मौलिक कर्तव्यों को सोवियत संघ से लिया गया है । मौलिक कर्तव्यों की विशेषताएँ मौलिक कर्तव्यों के तहत नैतिक और नागरिक दोनों ही प्रकार के कर्तव्य शामिल किये गए हैं।  ‘स्वतंत्रता के लिये हमारे राष्ट्रीय संघर्ष को प्रेरित करने वाले महान आदर्शों का पालन करना’ एक नैतिक कर्तव्य है, जबकि ‘संविधान का पालन करना और उसके

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नीति निर्देशक तत्व - संविधान भाग 4

राज्य के नीति निर्देशक तत्व – संविधान भाग 4

संविधान के भाग 4 में राज्य के नीति निर्देशक तत्व को रखा गया है, इस भाग में अनुच्छेद 36 से अनुच्छेद 51 है । जिसे तिन भाग – सामजवादी , गांधी वादी तथा उदार बुद्धिवादी की श्रेणी में रखा गया है । SL No. समाजवादी गांधीवादी   उदार बुद्धिवादी 1  अनुच्छेद 38   अनुच्छेद 40    अनुच्छेद 44 2

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मौलिक अधिकार-महत्व, विशेषताएं एवं आलोचना

मौलिक अधिकार-महत्व, विशेषताएं एवं आलोचना

मौलिक अधिकार के बाहर के अधिकार अनुच्छेद 265          – कर ( विधि द्वारा स्थापित कर ही मान्य है) अनुच्छेद 300 (क)   – संपत्ति ( विधिक अधिकार ) अनुच्छेद 301          – व्यापार, वाणिज्य तथा समागम अनुच्छेद 326          – व्यस्क मताधिकार मौलिक अधिकार का महत्व लोकतंत्र का शशक्तिकरण राज्य कि

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